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Sunday, July 02, 2017

Just thinking

शायद आप में और मुझ में इतना ही फ़र्क़ है, जितना सपना और स्वप्न में। या शायद इतना, जितना सपने और ख़्वाब में. इतना फ़ासला नहीं, जितना अच्छे और बुरे सपने में होता है. रत्ती भर का फ़र्क़ समुंदर नहीं, जिसे एक सांस लेके पार न किया जा सके।

The difference between me and you is the difference between 'Sapna' and 'Swapna'. Or the difference between 'Sapna' and 'Khwaab'. It is not the difference between dream and nightmare. This fine shade of difference is not an ocean; it can be conquered with a single breath.

#SundayMorningMusing (#okitsafternooniknow)

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